सर्दियां आते ही खाने की थाली में हरी पत्तेदार सब्जियों का स्वाद बढ़ जाता है। सरसों, मेथी, पालक के साथ-साथ चना का साग (Chana Saag) भी इस मौसम में खास पसंद किया जाता है। इसका स्वाद लाजवाब होने के साथ-साथ इसमें आयरन, प्रोटीन और फाइबर जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं। अगर आप चाहें तो इसे घर पर ही गमले या कंटेनर में उगा सकते हैं और ताजे, हरे-भरे साग का मज़ा ले सकते हैं।
क्यों खास है चना का साग
चना का साग न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन C, कैल्शियम और फॉस्फोरस पाया जाता है। घर में उगाए गए साग में किसी भी केमिकल का इस्तेमाल नहीं होता, इसलिए ये पूरी तरह ऑर्गेनिक और हेल्दी रहता है।
क्या चाहिए होंगे जरूरी सामान
अगर आप किचन गार्डन में जगह रखते हैं तो सीधे मिट्टी में चना उगा सकते हैं, नहीं तो गमले या लंबाई वाले कंटेनर का इस्तेमाल करें। इसके लिए आपको चाहिए –
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अच्छी क्वालिटी के चना बीज (देसी या काबुली दोनों चलेंगे)
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वर्मी कम्पोस्ट या गोबर की खाद
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उपजाऊ मिट्टी, जिसमें पानी की निकासी अच्छी हो
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धूप वाली खुली जगह
मिट्टी तैयार करने का तरीका
चना साग उगाने के लिए मिट्टी बहुत ज्यादा चिकनी नहीं होनी चाहिए।
अगर मिट्टी मध्यम उपजाऊ है, तो उसमें 30% वर्मी कम्पोस्ट और 70% मिट्टी मिलाएं।
गमले में डालने से पहले ध्यान रखें कि नीचे पानी निकलने का छेद जरूर हो, ताकि पानी जमा न हो और जड़ें सड़ें नहीं।
बीज लगाने का सही तरीका
चना के बीजों को 8-9 सेंटीमीटर की दूरी पर बोएं।
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छोटे बीज हों तो 1 इंच गहराई पर लगाएं।
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बड़े बीज हों तो 2 इंच गहराई पर बोएं।
बीज लगाने के बाद मिट्टी में हल्की नमी रखें और रोज थोड़ा-थोड़ा पानी दें।
अगर आप चाहते हैं कि बीज जल्दी अंकुरित हों तो इन्हें रातभर पानी में भिगोकर, फिर एक गीले कपड़े में लपेटकर गर्म जगह पर रखें।
हार्वेस्टिंग कब करें
चना का पौधा 3 से 5 दिन में अंकुरित हो जाता है और 20-25 दिन में साग के लिए तैयार हो जाता है।
जब पौधा 6 से 8 इंच ऊंचा हो जाए और पत्तियां घनी दिखें तो ऊपर से पत्ते तोड़ लें। इससे पौधा दोबारा बढ़ता है और अगली कटाई जल्दी होती है।
देखभाल के आसान टिप्स
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गमले को ऐसी जगह रखें जहां 4-6 घंटे धूप आती हो।
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मिट्टी में हल्की नमी बनाए रखें, लेकिन पानी भरने न दें।
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पौधे की ग्रोथ धीमी लगे तो ऑर्गेनिक लिक्विड फर्टिलाइजर दें।
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सर्दियों में ठंडी हवाओं से बचाने के लिए पौधे को शाम में हल्के ढकाव में रखें।
निष्कर्ष
चना का साग घर पर उगाना न सिर्फ आसान है बल्कि हेल्दी और किफायती भी है। थोड़ी सी जगह, सही मिट्टी और नियमित देखभाल से आप सर्दियों में फ्रेश और ऑर्गेनिक चना साग का स्वाद उठा सकते हैं।


