छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। यह हादसा लाल खदान रेलवे स्टेशन के पास हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि कई डिब्बे पटरी से उतर गए और डिब्बों के अंदर बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस दुर्घटना में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें महिलाओं और बच्चों का भी शामिल होना बताया जा रहा है। वहीं कई यात्री गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के बाद रेलवे डिब्बों में फंसे लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी। हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। कई यात्रियों को डिब्बों में फंसा हुआ पाया गया, जिन्हें बाहर निकालने के लिए गैस कटर की मदद लेनी पड़ी। बचाव दल ने अब तक दर्जनों यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है और घायलों को उपचार के लिए भेजा गया है।
रेलवे ट्रैक और डिब्बों को हुआ गंभीर नुकसान
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेन के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। रेल पटरियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसकी वजह से इस मार्ग पर रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं और रेलवे विभाग की ओर से वैकल्पिक प्रबंधन की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, की मुआवजे की घोषणा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि सरकार पूरी गंभीरता के साथ बचाव और राहत कार्य में लगी है। उन्होंने जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जख्मी यात्रियों को तत्काल बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 5 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
हादसे का कारण अभी स्पष्ट नहीं
इस हादसे के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। रेलवे ने घटना की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। प्रारंभिक शंका रेलवे सिग्नल सिस्टम या मानवीय त्रुटि की ओर जा रही है, लेकिन आधिकारिक रूप से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
स्थानीय लोगों ने निभाई बड़ी भूमिका
घटना होते ही आसपास के ग्रामीण और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और बचाव टीम के आने से पहले ही यात्रियों को बाहर निकालने में मदद की। कई लोगों ने अपने वाहनों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
यह हादसा एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करता है। फिलहाल राहत कार्य जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।


